आजमनगर प्रखंड का जलकी दरगाह शरीफ एक तारिखी दरगाह शरिफ हैं। यह दरगाह हजरत सैयद साह हुसैन तेग बरहाना बुरहानी जलालुदिदन रमहतुल्ला अलैह का है। इस दरगाह पर कटिहार जिले के साथ अन्य राज्यो के लोग भी माथा टेकने पहुंचते है। लेकिन अब इस दरगाह में विवाद खड़ा हो चुका है। हुआ युं की इस दरगाह में एक कमिटी पहले से कार्यरत हैं, लेकिन दुसरी कमिटी इस पर अपना विरोध जता रही हैं। पहली कमिटी का कहना है की उनहोने बिहार स्टैट सुन्नी वक्फ बोर्ड से इसका रजिस्ट्रेशन करवा दिया हैं और वक्फ र्बोड द्वारा भी 11 सदस्यो वाली एक कमिटी भी तैयार कर दि गइ है। लेकिन इस दरगाह पर आज भी दुसरी कमिटी हि अपना हक जता रही है। वक्फ र्बोर्ड द्वारा घोषित सचिव अली असगर ने बताया की 2014 से पहले यही 11 सदस्यीय टीम इस दरगाह में कार्यरत थी लेकिन अब दुसरी टीम आरिफ हुसैन द्वारा इस कमिटी को मनमाने ढंग से चलाया जा रहा है , जिसकी वजह से इस दरगाह पर कोइ भी विकास कार्य नही हो पाया है। वही दुसरे पक्ष आरिफ हुसैन का कहना है की यह पुरा मामला न्यायलय में हैं और न्यायलय ने इस मामले पर स्टै लगा दिया है।